बेनाम रिश्ता

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तेरी याद में कुछ अश्क जो रोये ऐसे ,
पल पल पाकर भी तुझे खोये जैसे ,

इक उल्फत थी तेरी रूह में घुलती सी ,
तेरी चाहत में यूँ लम्हे पिरोये ऐसे 
,मेरे कल में पाया था  तुझे हमेशा ,
किस्मत के सितारे  हों सोये जैसे,

न शिकवा तेरे कल होने न होने पर ,
हर लम्हें  तुझमे हमने भिगोये ऐसे,
तेरी हंसी तेरा  गम सब हो मेरा ,
मेरा अक्स तू तेरे हम होए जैसे ,

इक बेनाम रिश्ता हो जैसे कोई,
मेरी निगाहों से तेरे अश्क  रोये ऐसे ,
कसक न रहे जुदा तुझसे होने की ,
बड़ी शिददत से सपने संजोए जैसे,

तेरी याद में कुछ अश्क जो रोये ऐसे .......



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